राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है। हिंदू सेना ने दावा किया है कि दरगाह के अंदर पूर्व में संकट मोचन महादेव मंदिर हुआ करता था। इस दावे के साथ हिंदू सेना ने अदालत में याचिका दायर की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है।
इस याचिका में हिंदू सेना ने अजमेर दरगाह शरीफ का सर्वे करने की मांग की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि दरगाह के अंदर वास्तव में कोई शिव मंदिर हुआ करता था या नहीं। अदालत के इस फैसले से अजमेर दरगाह शरीफ में एक नए विवाद की शुरुआत हो सकती है।
यह मामला अब अदालत में चलेगा और आगे की कार्यवाही के लिए अदालत के निर्देशों का पालन किया जाएगा।