आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हर जोड़े को कम से कम तीन बच्चे पैदा करने चाहिए। इस बयान के बाद कई नेता और विशेषज्ञ इसके पक्ष और विपक्ष में बयान दे रहे हैं।
मोहन भागवत ने अपने बयान में कहा है कि जनसंख्या में कमी से देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा है कि अधिक बच्चे पैदा करने से देश की जनसंख्या में वृद्धि हो सकती है, जिससे देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
हालांकि, कई विशेषज्ञों ने मोहन भागवत के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि जनसंख्या में कमी से देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा है कि अधिक बच्चे पैदा करने से देश की जनसंख्या में वृद्धि हो सकती है, जिससे देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इस प्रकार, मोहन भागवत के बयान के समर्थन और विरोध में कई तर्क दिए जा रहे हैं। यह बयान वास्तव में एक जटिल मुद्दे पर केंद्रित है, जिसमें कई पहलू शामिल हैं।